भीगी भीगी रातों में
मीठी मीठी बातों में
ऐसी बरसात में कैसा लगता है
ऐसा लगता है तुम बनके बादल
मेरे बदन को भीगो के मुझे
छेद रहे हो, हो छेद रहे हो
अंबर खेले होली उई मां
भीगी मोरी चोली हमजोली, हमजोली
हो पानी के रीलों में है
सावन के मेले में है
छत पर अकेले में कैसा लगता है
ऐसा लगता है तुम बनके घाट
अपने सजन को भीगो के खेल
खेल रही हो, हो खेल रही हो
ऐसा लगता है तुम बनके बादल
मेरे बदन को भीगो के मुझे छेड़ रहे हो, हो छेद रहे हो
बरखा से बचा लूं तुझे
देखने से लगा लूं
आ छुपा लूं, आ छुपा लूं
दिल ने पुकारा देखो
रुत का इशारा देखो
उफ्फ ये नजर देखो
कैसा लगता है बोलो
ऐसा लगता है कुछ हो जाएगा
मस्त पवन के ये झोंके सैयां
देख रहे हो, हो देख रहे हो
ऐसा लगता है तुम बनके बादल
मेरे बदन को भीगो के मुझे
छेद रहे हो, हो छेद रहे हो